बचपन से ही हम सब दशहरा मनाया करते है और इस दिन खूब हर्ष उल्लाश का माहौल होता है.

बचपन से ही हम सब दशहरा मनाया करते है और इस दिन खूब हर्ष उल्लाश का माहौल होता है.

भारत के हर गाव, हर शहर में दशहरा त्यौहार को धूम धाम से मनाया जाता है.

भारत के हर गाव, हर शहर में दशहरा त्यौहार को धूम धाम से मनाया जाता है.

इस दिन रावण कि एक बड़ी सी प्रतिमा को भगवान राम के पात्र द्वारा दहन किया जाता है.

इस दिन रावण कि एक बड़ी सी प्रतिमा को भगवान राम के पात्र द्वारा दहन किया जाता है.

ऐसी मान्यता है कि आज के ही दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था .

ऐसी मान्यता है कि आज के ही दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था .

इस दिन को बुराई के उपर अच्छाई की जीत मानी जाती है और इसी सन्देश के साथ रावण का पुतला  जलाया जाता है.

इस दिन को बुराई के उपर अच्छाई की जीत मानी जाती है और इसी सन्देश के साथ रावण का पुतला  जलाया जाता है.

लेकिन क्या आपको पता है कि इस दिन एक और खास घटना हुई थी ?

लेकिन क्या आपको पता है कि इस दिन एक और खास घटना हुई थी ?

मां दुर्गा ने महिषासुर राक्षस का वध भी इसी दिन ही किया था.

मां दुर्गा ने महिषासुर राक्षस का वध भी इसी दिन ही किया था.

मां दुर्गा और महिषासुर राक्षस के मध्य 10 दिनों तक युद्ध चला था और अन्त में माँ दुर्गा कि विजय हुई.

मां दुर्गा और महिषासुर राक्षस के मध्य 10 दिनों तक युद्ध चला था और अन्त में माँ दुर्गा कि विजय हुई.

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दशहरा के त्योहार के पीछे यह दो प्रमुख कारण बताए जाते हैं

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दशहरा के त्योहार के पीछे यह दो प्रमुख कारण बताए जाते हैं 

दशहरा का त्योहार नौ दिनों तक चलने वाले शारदीय नवरात्रि के खत्म होने के अगले दिन बाद मनाया जाता है. 

दशहरा का त्योहार नौ दिनों तक चलने वाले शारदीय नवरात्रि के खत्म होने के अगले दिन बाद मनाया जाता है. 

Dussehra 2023: दशहरे पर कल ये है पूजन का शुभ मुहूर्त, रावण दहन का समय भी जानें ले !